डी0 डब्लू-8 उमेश के बयान की विश्वसनीयता संदिग्ध होने के सन्दर्भ में यह बिन्दु भी बहुत महत्वपूर्ण है कि यह अभियोजन का साक्षी है जिसे पक्षद्रोही होने पर अभियोजन द्वारा डिसचार्ज कर दिया गया जिस पर यह साक्षी अभियुक्त पक्ष से अपने डेरी होने का प्रमाण लाये वगैर अभियुक्त की तरफ से न्यायालय में अपनी गवाही अंकित कराने आया है।
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इस साक्षी के बयान का मूल्याकंन करने पर यह स्पष्ट होता है कि यह साक्षी भी अभियोजन का साक्षी रहा है जिसे पक्षद्रोही हो जाने पर अभियोजन द्वारा डिसचार्ज कर दिया गया है जिस पर यह साक्षी ने अभियुक्तपक्ष से न्यायालय में बयान देने आया है तथा अपने बयान के दौरान किसी लिखित विवरण के आधार पर यह दर्शित नहीं कर सका है कि मृतक द्वारा कब अपनी मोटर साइकिल इसके वर्कशाप में सर्विसिंग के लिए दी गयी।